तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
11 फ़रवरी 2011
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मिश्र की अवाम को बधाईयाँ
जवाब देंहटाएंहाँ बिलकुल सही कहा आपने, मिश्र कि जनता ने एक नया उदहारण पेश किया हैं , खास करके उन बेशरम राजनीतिज्ञों के लिए जो कि देश को अपनी बपौती मानते हैं.
जवाब देंहटाएंमिश्र कि जनता से भारतियों को भी अच्छी सीख मिली हैं. आगे हो सकता हैं कि भारत में भी ईस तरह के आन्दोलन शुरू हो......
अच्छा है मानवाधिकार
जवाब देंहटाएंअंजाम देखा आपने
हुस्ने मुबारक का
था मिस्र का भी वही
जो है हाल भारत का
परजीवियों के राज
का तख्ता पलट कर दो
जन में नई क्रांति का
जोश अब भर दो
उठो आओ हिम्मत करो
क्रांति का परचम धरो
मत भूलो यह सरोकार
अच्छा है मानवाधिकार
राजेश सिंह
भारत के हुक्मरानों को संभल जाना चाहिए। भारत मिस्र से दूर नहीं।
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