मोहब्बत करके
तुने ऐ दिल
खुद को मुसीबत में हे डाला ,
क्यूँ कर डाली
तुने
कम बख्त मोहब्बत
तुने तो
खुद को
जीते जी मार डाला ,
कोन नहीं जानता
एक मुहब्बत ही तो हे
जो जिंदगी की
सबसे बढ़ी आज़माइश हे
इस कहावत को
मोहब्बत करने से पहले
तुने भुला क्यूँ डाला ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)