कोटा कलेक्ट्रेट में कल अजब ऐतिहासिक नजारा था यहाँ यूँ तो अस्थायी तोर पर राजस्थान सेवा के प्रशासनिक अधिकारी के पास कोटा कलेक्टर का कार्यभार रहा हे लेकिन कलेक्टर का पद हमेशां आई ऐ एस के पास ही रहा हे होना भी चाहिए क्योंकि कोटा एक संवेदनशील और बढ़ा समस्याओं से ग्रसित जिला हे । यहाँ कल आज़ादी के बाद पहली बार जी एल गुप्ता को कोटा कलेक्टर के पद पर कार्यभार ग्रहण करते देखते वक्त पुराने कर्मचारी अचम्भित थे और कोटा में गुप्ता को ४८ वें कलेक्टर के रूप में पदभार ग्रहण करते देख सरकार के इस निर्णय पर मुस्कुरा रहे थे ।
कहते हें आई ऐ एस आई ऐ एस होता हे वोह मंत्रियों के दबाव में नहीं आता हे लेकिन आर ऐ एस को अगर कलत्र बना दो तो वोह मंत्री का एहसान भी मानता हे और काम भी करता हे एक छोटे से जिले से आये गुप्ता ने कोटा में पदभार ग्रहण करने के बाद काफी कुछ बदलने का प्रण उठाया हे लेकिन यहाँ धरने प्रदर्शन के अलावा काफी नई चुनोतियाँ हें हालत यह हें के य्हना कोंग्रेस के दो मंत्री शांति धारीवाल और भरत सिंह के सहित युद्ध के चलते हर प्रशासनिक अधिकारी परेशान हे देखते हें के कोटा आर ऐ एस कलेक्टर के रूप में क्या खोता हे क्या पाता हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)