आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

02 जनवरी 2011

सोचा था ....

सोचा था
अब बहुत हो गयी
अब तो उनको
हर तरह से
भूल जायेंगे
सामने आये भी वोह अगर
तो उनको देख कर भी
उन्हें अनदेखा कर जायेंगे
लेकिन
सामने आया
जब चेहरा उनका
दिल कमबख्त चीख पढ़ा
बोला इस बार तो
जी भर कर देख लो
मोका मिला तो
अगली बार जरुर भूल जायेंगे
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...