देश में सरकार की गलत नीतियों और गठ्बन्धन भ्रस्ताचार के चलते एक महीने में दूसरी बार पेट्रोल की महंगाई का जिन्न फिर बाहर निकल गया हे और पेट्रोल पाने तीन रूपये लिटर महंगा हो गया हे इससे जन जीवन पूरी तरह अस्त व्यस्त होने की सम्भावना हे ।
देश में पहली सरकार हे जो अपने पाप को छिपाने के लियें उल जलूल बकवास बाज़ी कर रही हे महंगाई का कारण लोगों की करी शक्ति बढ़ जाना, लोगों का सुखी और समर्द्ध होना, लोगों द्वारा क्रय आवश्यकता से अधिक सामान खरीदना बताया जा रहा हे और गरीबों का मजाक उढ़ाया जा रहा हे। देश में पेट्रोल को अलग कर सरकार द्वारा अरबों रूपये कमाए जा रहे हें पेट्रोल की कीमत व्रद्धी का कारण अमेरिका में महंगाई बताई जा रही हे कुतर्क यह हे के पड़ोसी देशों की हालत तो हमसे भी खराब हे पड़ोसी देश बंगाल, पाकिस्तान से हमारा मुकाबला हमारा और हमारे देश वासियों का अपमान ही कहा जा सकता हे जो पेट्रोल अरब में ४० पेसे लीटर मिलता हे और फुल टेंक भरवाने पर वहन लोगों को स्कीम में दो पानी की बोतलें मुफ्त दी जाती हे वही पेट्रोल हमें हमारे देश में दस रूपये लिटर का पहुँचाने पर भी ६२ रूपये प्रति लिटर बेचा जा रहा हे यह दस रूपये से ६२ रूपये तक पेट्रोल की कीमत का सफर केसे और कहाँ पूरा होता हे कोई बताता क्यूँ नहीं हे देखते हें देश में अब महंगाई भ्रष्टाचार और उस पर नियन्त्रण के लियें कोन गुरु हनुमान बन कर आता हे और कोन राम बन कर आता हे जो महंगाई के रावण का अन्त करे और महंगाई की लंका को जला कर राख करे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
15 जनवरी 2011
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यह वैसे हमारा ही किया धरा है कि बार बार कांग्रेस को जिताया. कसम राम की खाते हैं कांग्रेस को धूल चटाएंगे. मेरी उम्र तीस बरस के करीब है लेकिन याद नहीं कि पिछले पंद्रह सालों में कभी ऐसे किसी सरकार द्वारा इतनी लूट- खसोट की गयी हो. राजकोषीय घाटा, तेल कंपनियों के घाटे की दुहाई देते हैं. अरे यह घाटा तो अकेला राजा ही पूरा कर देगा. इस सरकार/कांग्रेस के घोटालों/ लूट खसोटों पर एक नज़र: १. कांग्रेस वेलफेयर गेम्स - ७७००० करोड़, २. टूजी घोटाला १७६००० करोड़, ३. महँगाई- उद्योगपति घोटाला- अकथनीय, ४. मुंबई ज़मीन घोटाला- कई सौ करोड़, ५. बोफोर्स घोटाला, ६. आदि- इत्यादि
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