देश में आम नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा करने के लियें बनाया गया राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग इन दिनों विवाद के घेरे में हे हालात यह हें के वर्ष १९९३ से आज तक पहली बार राष्ट्रिय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष विवादों के घेरे में आये हें ।
वर्तमान में सेवानिव्रत्त सुप्रीमकोर्ट के न्यायधीश के जी बल्लाक्र्ष्ण राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष हे और उन पर सुप्रीम कोर्ट का जज रहते पद के दुरूपयोग के आरोप लगाये गये हें उन पर पद पर रहते अपने रिश्तेदारों को विधि विरुद्ध नियुक्तिया दिलवाने के आरोप हे इन आरोपों के चलते के जी बालकृष्ण के भाई ने स्वास्थ कारणों से इस्तीफा दे दिया हे । देश में पहली बार इतने बढ़े पद पर बेठे लोग विवादों के घेरे में आये हे वेसे यह विवादों का ही काल हे यहाँ हाईकोर्ट सुप्रीम कोर्ट के जज से लेकर प्रधानमन्त्री केन्द्रीय मंत्री, राज्यों के मुख्यमंत्री और वरिष्ठतम अधिकारीयों सहित भ्रस्ताचार की जांच करने वाली संस्था सतर्कता आयुक्त के अधिकारी भी विवादों के घेरे में रहे हे यह सब नियुक्तियों में भ्रस्ताचार का नतीजा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
07 जनवरी 2011
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काजल की कोठरी में काजल को दाग भाई लागे ही लागे।
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