तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
29 जनवरी 2011
एडवोकेट रघुनाथ मिश्र का सम्मान ८ फरवरी को
दोस्तों यह हमारे कोटा के लाल एडवोकेट रघुनाथ मिश्र हें जो पिछले कई वर्षों से समर्पण भाव से जनवादी लेखक संघ और दूसरी साहित्य संस्थाओं के साथ मिल कर जन जाग्रति के लियें लेखन का अभियान चलाए हुए हें इन जनाब को हाल ही में हेदराबाद से दुबारा फिर सम्मानित करने का न्योता आया हे मेरे बढ़े भाई रघुनाथ मिश्र को कोटा का गोरव मान सम्मान बढाने के लियें बधाई यह बसंत तो भाई रघनाथ जी के लियें ऐतिहासिक बसंत ही हो जाएगा एक बार फिर बधाई हो ।
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