दोस्तों सुनने बढ़ा अजीब लगता हे के देश में अब प्याज़ खोर पैदा हो गये हें जो प्याज़ की जमाखोरी कर प्याज के मूल्यों को आसमां पर ले गये हें इस मामले में सरकार ने जमाखोरों और प्याज्खोरों के खिलाफ जनता को दिखने के लियें कथित अभियान तो चलाया हे लेकिन नतीजा सिफर हे , प्याज खोरों को सरकार को सब पता हे कोन प्याज व्यवसाय से जुड़ा हे कोन प्याज का स्टोक रखता हे इसकी सुचना देश के सभी जिलों की क्रषि मंडियों और रसद अधिकारीयों रसद निरीक्षकों को हे लेकिन देश के नेताओं को इसकी जानकारी नहीं हे ।
एक तरफ तो देश की जनता प्याज के आंसू रो रही हे और दूसरी तरफ प्रधानमन्त्री , किर्षिमंत्री ,वित्तमंत्री सहित युद्ध में उलझे हुए हें अख़बारों से ही प्याज के दाम बढ़ रहे हें वायदा व्यापार बंद नहीं किया जा रहा हे स्टोक की जांच नहीं की जा रही हे और बस जनता को उल्लू समझ कर अखबारी बयान दिए जा रहे हे तो दोस्तों इन सब सरकारी हरकतों से तो जनता को एक और क्रान्ति के लियें तय्यार रहना होगा वरना देश और देश की जनता को तो यह प्याज्खोर जमाखोर और नेता मिल जुल कर तबाह और बर्बाद कर देंगे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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