देश में हाई वे के नाम पर हाई लूट की जा रही हे राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा सडक निर्माण में सो दिन चले ढाई कोस की तर्ज़ पर धीमी गति से सडकें बनाई जा रही हें और वोह भी टूटी फूटी सडकें जिनका घटिया निर्माण हे सरकार की स्थिति यह हे के इन सडकों और भ्रस्ताचार की जनाच की कोई व्यवस्था नहीं हे उलटे जनता से टोल टेक्स के नाम पर मनमानी वसूली की जा रही हे हालत यह हें के सुचना के अधिकार के तहत इन निर्माण की जनकारी भी किसी को नहीं दी जा रही हे ।
देश में एक पड़ताल के दोरान जो तथ्य आये हें वोह चोकने वाले हें यहाँ राष्ट्रिय राज मार्ग विभाग द्वारा सडक निर्माण की जो योजना बनाई जाती हे उसमें योजना बनाने ,सलाहकार की नियुक्ति करने से लेकर टेंडर और घटिया निर्माण तक धीमी गति से काम कर ठेकेदार और अधिकारीयों द्वारा करोड़ों का नहीं बलके अरबों का घोटाला कर रहे हें मामला यह हे के माले मुफ्त दिले बे रहम हे क्योंकि इन राष्ट्रीय मार्गों में जो भी रुपया लगता हे वोह चाहे सरकार ठेकेदार का हो लेकिन इस रूपये को वसूल तो जनता से किया जाता हे तो कुल मिला कर अप्रत्यक्ष रूप से जो सडकें जो पुल जनता की सुविधा के लियें जनता के रुपयों से बनाई जा रही हे उस के मामले में जनता को जान्ने का धिकार हे के इस सडक निरान में कितने रूपये खर्च हुए कब टेंडर हुआ किस इस मद में कितना खर्च हुआ और टोल टेक्स के ठेके की शर्तें क्या हें कितने रूपये प्रति वर्ष वसूली की जा रही हे और कब तक वसूली पूरी हो जाएगी इस जानकारी को सार्वजनिक करने के साथ साथ अगर सडकों और पुल की गुणवत्ता और उस के निर्माण में भ्रस्ताचार और अनावश्यक खर्च की जांच होती रहे जनता को जानकारी मिलती रहे तो करोड़ों की सडक लाखों में ही तय्यार हो सकती हे लेकिन यहाँ तो ऐसा होता ही नहीं अब देखते हें सरकार इस मामले में जनता को अधिकार देती हे या नहीं और सरकार का विभाग इस मंत्रालय पर भ्रस्ताचार रोकने के लियें अंकुश लगता हे या नहीं क्योंकि इस विभाग में लगे सभी अधिकारी यहाँ व्याप्त भ्रस्ताचार से दुखी हें और वक्त पर वोह इसकी सुचना सरकार को देते रहे हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
15 जनवरी 2011
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आपने बिलकुल सही लिखा है
जवाब देंहटाएंनियमित रूप से मेरा ब्लॉग http://rksirfiraa.blogspot.com , http://sirfiraa.blogspot.com, http://mubarakbad.blogspot.com, http://aapkomubarakho.blogspot.com, http://aap-ki-shayari.blogspot.com & http://sachchadost.blogspot.com देखें और अपने बहूमूल्य सुझाव व शिकायतें अवश्य भेजकर मेरा मार्गदर्शन करें. अच्छी या बुरी टिप्पणियाँ आप भी करें और अपने दोस्तों को भी करने के लिए कहे.# निष्पक्ष, निडर, अपराध विरोधी व आजाद विचारधारा वाला प्रकाशक, मुद्रक, संपादक, स्वतंत्र पत्रकार, कवि व लेखक रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" फ़ोन:9868262751, 9910350461 email: sirfiraa@gmail.com,