आपका-अख्तर खान

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12 जनवरी 2011

ना समझ हें हम ...

ना समझ हें हम
क्यूंकि
हम किसी की
नहीं सुनते
हम तो
प्यार के
नशे में चूर हें
बस अब
सब कुछ लुटाने के बाद
समझ में आया हे
जिन पर
लुटाते रहे
हम अपनी जान
वोह तो
यूँ ही
लोगों का
दिल तोड़ने के लियें
मशहूर हें
देख लो
आज
कमबख्त
दिल हमारा
इसीलियें चकनाचूर हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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