कोटा में एक पुलिस कर्मी ने एक मोटर साइकल को पकड़ने के चक्कर में धक्का दिया मोटर साइकल ट्रोले में घुसी दो लोग मारे गये एक गम्भीर घायल हे ,दुसरे दिन मोटर साइकल स्वर को पुलिस कर्मी ने रोक कर चबिओ छिनने का प्रयास किया मोटर साइकल स्वर मुंह कर बल गिरा गम्भीर घायल होकर अस्पताल में भर्ती हे एक ट्रेक्टर ने स्कूटी स्वर को गिराया महिला को कुचल दिया नतीजन कोटा में बेहिसाब मोतों और पुलिस पर गम्भीर आरोपों के साथ कोटा में सडक सुरक्षा सप्ताह के शुरुआत की रस्म पूरी हुई लेकिन सडकें आज भी पूरी तरह से असुरक्षित हें ।
सडक सुरक्षा सप्ताह यानि साल में एक सप्ताह ऐसा जिस समय प्रशासन और सभी विभाग मिलकर सडकों को आम आदमी की आवाजाही के लियें सुरक्षित करें और इसके लियें जिला प्रशासन में नेत्रत्व में एक सडक सुरक्षा समिति के गठन का भी प्रावधान हे जिसमें जनता के प्रतिनिधि भी सदस्य होते हें लेकिन कोटा और राजस्थान में अभी तक ऐसी समिति गठित नहीं की गयी हें सडकों के किनारे द्रस्ती भ्रम वाले विज्ञापनों की भरमार हे जबकि सडकों पर आवारा जानवरों का जमावड़ा हे सडकों पर अतिक्रमण से रास्ते रुके पड़े हें नालियाँ और सडकें टूटी पढ़ी हें सडकों पर आवारा जानवरों का उत्पात हे तो खुद पुलिस ने स्पीड ब्रेकर के नामा पर मनमाने विधि विरुद्ध अवरोध लगाये हें लाइटें ठीक नहीं हे चोराहों पर पुलिस तेनात नहीं हे कुल मिला कर सडकें तो ठीक नहीं हें लेकिन सरकार सडकों की सुरक्षा का सप्ताह बना रही हे सरकार और इसके अधिकारी सडक सुरक्षा करने में अक्षम हें और यातायात सुरक्षा के नाम पर जनता को परेशान कर रहे हें सरकार और यातायात पुलिस कर्मी छोटे वाहनों को तो रोकते हें लेकिन बड़े वाहन के खिलाफ कोई कर्युवाही नहीं हे इधर सडकों पर विधि विरुद्ध तरीके से परमिट की शर्तों का उल्न्न्घं कर अवेध वाहन चल रहे हें लेकिन कोई रोकने वाला नहीं हे ट्रेक्टर ट्रोलियें सडकों पर म़ोत बाँट रही हे जिन्हें रोकने वाला कोई नहीं हे तो भाइयों ऐसा हे सडक सुरक्षा सप्ताह कोटा में जहां न तो जनता सुरक्षित हे और ना ही सडकें सुरक्षित की जा रही हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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