कोटा के एक ठेकेदार जिसने कोटा नगर विकास न्यास के इंजीनियरों द्वारा काम करने के बाद भुगतान नहीं करने और भुगतान के लियें रिश्वत लेने का खुला स्टिंग किया और विडियोग्राफी में रिश्वतखोरी के खुले सबूत देने के बाद जब भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने कोई कार्यवाही नहीं की तो दिल्ली में इस ठेकेदार की संदिग्ध म़ोत हो गयी जिसे आत्महत्या का नाम दिया जा रहा हे ।
ठेकेदार की आत्महत्या को दिल्ली पुलिस ने नाले में लाश मिलने के कारण पहले हत्या माना था और इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था लेकिन जाँच के दोरान लेब्टोप में भ्रस्ताचार की यह कहानी सामने आई जिसमे कोटा के इंजीनियर सी पी विजय वर्गीय , वी के गोलछा , और जे पी शर्मा को रिश्वत मामले में बातचीत करते और रिश्वत लेते हुए दिखाया गया जिसकी जानकारी दिल्ली पुलिस ने कोटा पुलिस को दी तो फिर भ्रस्ताचार निरोधक विभाग ज़िंदा मक्खी नहीं निगल सका और इस मामले में मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करना उसकी मजबूरी बन गया अब कोटा भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने मुकदमा दर्ज कर लिया हे और इन तीनों इंजीनियरों में स संविदा पर रखे गये एक इंजीनियर सी पी विजय को हटाया गया हे जबकि दो इंजीनियर गोलछा और शर्मा को ऐ पी ओ कर दिया गया हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 दिसंबर 2010
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सारे कुएँ में भांग घुली है।
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