तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
16 दिसंबर 2010
अब फिर शक्कर मुट्ठी भर
केंद्र सरकार द्वारा चीनी व्यापारियों के दबाव और घोटाले के चलते एक बार फिर चीनी निर्यात की इजाजत दे दी हे इससे शक्कर व्यापारियों यानी केन्द्रीय मंत्री शरद पंवार और सहयोगियों की तो तिजोरियां फिर भर जायेंगी लेकिन जनता की जेबें एक बार फिर से खली होने लगेंगी , देश में एक दिन की निर्यात छुट में चीनी का मूल्य एक से दो रूपये प्रति किलो बढा दिया गया हे , देश के माल को आखिर देश से बहर भेजने के पीछे सरकार की क्या मंशा हे कहावत हे घर में नहीं खाने को अम्मा चली भुनाने को हमारी सरकार भी यही कुछ कर रही हे जब देश में खुद चीनी का उत्पादन सिमित हे और खपत अधिक हे तो फिर क्यूँ देश की चीनी बाहर बेचने की अनुमति दी जा रही हे सरकार के हर मामले में चल रहे घोटालों के बाद तो अब सरकार की हर कार्यवाही पर जाँच और निगरानी जरूरी हो गयी हे पेट्रोल की कीमतों में व्रद्धी सोना चांदी बाज़ारों में व्रद्धी , बिग बाज़ारों और थोक बाजारों को अनुमति, देश में लाइसेंस से अधिक गोदामों के स्टोक मामले में सरकार की ख़ामोशी जमीन घोटाले , रक्षा घोटाले विदेशियों की यात्राएं सभी ऐसे महत्वपूर्ण मुद्दे हें जिनकी जाँच होना जरूरी हे अब देश में शिक्षा और चिकित्सा के नाम पर विश्व के सबसे बढ़े घोटाले चल रहे हें इन घोटालों की जाँच ना तो कोंग्रेस चाहती हे और नाही भाजपा इन घोटालों की मांग करती हे क्योंकि दोनों ही इस मामले में भारत और भारत माता की गोद में पलने बढने वाली जनता को लुटने में लगे हें और जय भ्रस्ताचार का नारा दे रहे हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)