तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
12 दिसंबर 2010
कोटा चम्बल को चुनरी उढाई
कोटा और हाडोती को विकसित करने वाली मां चर्म्नाय्वती यानी चम्बल नदी का कल कोटा में विशेष विध से धार्मिक अनुष्ठान कर मां चर्मण्यवती के मूर्ति स्थापित की गयी साथ हे नदी में नांव से लोगों ने उतर कर मां चम्बल नदी को करीब पांच सो मित्र की चुनरी को उधाई इस द्रश्य को देखने के लियें चारों तरफ से सभी लोग आकर्षित हुए और चम्बल का किनारा रंगपुर इलाके में चम्ब्लमय माहोल हो गया । कोटा राजस्थान के लियें चम्बल नदी वरदान साबित हुई हे और इसी लियें यहाँ के लोगों की इस नदी से धार्मिक भावनाए जुड़ गयी हें वेसे लोक कथा के रूप में यह मन जाता हे के जब ऋषि मुनि का मेनका मुनित्व भंग किया तो मेनका को पातळ में नदी की तरह बहने का श्राप दिया गया इस पर मेनका ऋषि मुनि के आगे खूब रोई और प्रार्थना की के अगर मुझे नदी का ही श्राप दिया हे तो अंधी गुमनाम नदी की जगह ऐसी नदी बनाओ जो में जहाँ जहां से निकलूं वहा वहां हरा भरा और खुश हाल माहोल कर दूँ और लोग मुझे इसी खुसी में आदर सम्मान से पूजने लगें बस इसीलियें चम्बल जिधर से बहती हे उधर हियाली और खुशहाली ही रहती हे इसीलियें लोग चम्बल की पूजा कर रहे हें और कोटा के अधिकारी तो बस चम्बल को भगवान मानने लगे हें क्योंकि चम्बल शुद्धिकरण , चम्बल विकास , स्चम्ब्ल सिंचित योजना सहित विभिन्न योजनाओं के नाम पर कोटा में तेनात अधिकारी कई हजार करोड़ रूपये डकार चुके हे और यह क्रम अभी भी लगातार जारी हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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