तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
22 दिसंबर 2010
फिल्म पे बेक में कोटा के हीरो
१७ दिसम्बर को बड़े पैमाने पर रिलीज़ हुई हिंदी फिल्म पे बेक में कोटा के निवासित मुनीश खान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हे इस फिल्म का कोटा में भी आज प्रीमियर रहा इस दोरान सिटी मोल के तीनों टोकिजों में हीरो मुनीश खान और हिरोइन सारा खान मोजूद रहीं । केंसर की दवा देने वाले मुनीर खान के पुत्र मुनीश खान इसके पहले छोटे पर्दे पर प्रेमचन्द की कहानियों पर बने नाटकों में आते थे लेकिन अब पहली बार यह बढ़े पर्दे पर आये हें , फिल्म पे बेक में एक व्यक्तिजो हीरो हे सडक दुर्घटना में घायल होकर लावारिस तडपता रहता हे और उसे एक अज्ञात व्यक्ति अस्पताल में भर्ती करा कर उसकी जान बचाता हे फिर जब हीरो ठीक होता हे तो उस अंजन व्यक्ति ने सडक दुर्घटना में घायल अनजान व्यक्ति की जान बचाई इस का धन्यवाद पे बेक करने के लियें हीरो उस महान व्यक्ति को तलाशता हे और तलाशने के बाद वोह व्यक्ति इसे अपनी डियूटी बता कर कुछ भी मदद लेने से इंकार कर देता हे बस किसी की दुर्घटना में घायल होने पर उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाकर उसकी मदद करो इसी संदेश पर यह फिल्म बनी हे और अगले महीने सडक सुरक्षा सप्ताह के दोरान यह दुर्घटना ग्रस्त लोगों को महत्वपूर्ण संदेश देती फिल्म हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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