तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 दिसंबर 2010
मुख्यंत्री जी भाषण दे रहे हें और इंजीनियर साहब बतिया रहे हें
राजस्थान में अफसर शाही की अनुशासन हीनता की हद इस कदर बढ़ गयी हे के जब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी प्रशासन गांवों की ओर शिविर में बोलते हें तो यह इंजीनियर साहब एक दुसरे से बतियाते रहते हें मुख्यमंत्री जी देखते हे सांकेतिक भाषा में चुप कर भाषण सुनने का संकेत देते हें लेकिन इंजीनियर साहब हे के जब जनता जनार्दन की नहीं सुनते तो जनता द्वारा निर्वाचित जनता के लियें काम करने वाले इन जनता के नोकरों की वोह क्यूँ सुनेंगे इन जनाब ने जब नहीं सुनी तो उख्यम्न्त्री जी को गुस्सा आना लाज़मी था ओर बस झालावाड जिले की डग विधानसभा इलाके में मुख्यमंत्री जी ने इन इंजीनियर साहब को लताड़ पिला डाली सभा में खड़ा कर दिया गया , बस इन बदतमीज़ इंजीनियर के लियें इतनी सी ही सजा थी अब मुक्यमंत्री जी की सभा में इस तरह का रवय्या रखने वाले इंजीनियर साहब का जब कुछ नहीं बिगड़ेगा तो फिर इनका होसला तो बढना वाजिब हे ही सही अब राम्स्यल इंजीनियर जी शेखियां बघार रहे हें के मुख्यमंत्री जी ने उनका क्या अबिगद लिया । मुख्यमत्री जी कोटा सम्भाग के अचानक दोरे पर आये थे ओर उन्होंने गांवों में खेती की ज़मीं पर निरंतर आने जाने के विवादों को बढ़ता हुआ देख कर इस मामले में कानून बनाने की बात कही हे उन्होंने व्र्द्धाव्स्था पेंशन शीघ्र निपटने ओर व्र्द्धों को शीघ्र न्याय देने पर भी जोर दिया हे । अकह्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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