तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
02 दिसंबर 2010
शिविरों की अचानक जाँच पड़ताल
राजस्थान में प्रशासन गाँव की तरफ हे और इस कार्यक्रम की अचानक जांच के लियें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने घोषणा की हे के वोह कभी भी कहीं भी अचानक जा सकते हे बस इसी लियें मुख्यमंत्री जी अचानक कोटा के ग्रामीण इलाके में आ गये और हाल चाल पूंछे और चल दियें , जनता ने कहा यह क्या तमाशा यह केसा आकस्मिक निरिक्षण एक मुख्यमंत्री अगर अचानक बिना किसी सुचना के गुप्त तरीके से पहुंचे और फिर निरिक्षण हो तो उसे प्रशासन गाँव की तरफ हे या नहीं इसकी सच्चाई का पता लगेगा लेकिन एक मुख्य मंत्री जी घोषणा तो आकस्मिक निरिक्षण की करें और फिर पहले जिला प्रशासन को सुचना दें फिर अख़बारों को सुचना दें याने एक एक व्यक्ति को इसकी सुचना हो और खुद मुख्यमंत्रीजी हेलिकोप्टर से पहुंचे तो भाई यह केसा आकस्मिक निरिक्षण सब कुछ तो ढिंढोरा पहले ही पित गया जो लोग गलत करते हें वोह पहले ही सुधर जाते हे और मुक्यमंत्री जी को क्रत्रिम प्रदर्शन कर गलत तस्वीर दिखाकर गुमराह करते हें ऐसे आकस्मिक निरिक्षण का क्या फायदा अगर एक भी निरिक्षण मुख्यमंत्री जी भेस बदल कर खुद को छद्म नाम से अचानक स्टिंग ओपरेशन की तरह अधिकारियों के सामने अचानक पहुंच कर पेश करें तो उन्हें उनके राज्य के प्रशासन की सही तस्वीर खुद बा खुद नजर आ जायेगी लेकिन ऐसे राजा इस लोकतंत्र में आज कहां हे भाई। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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