जीहाँ दोस्तों योग गुरु और दवा विक्रेता बाबा रामदेव शुद्ध रूप से राजनितिक हो गये हें अभी पिछले दिनों उन्होंने खुद की हत्या का खतरा बताते हुए इसके लियें केंद्र सरकार को ज़िम्मेदार बताया था तब मुझ सहित कई लोगों के दिमाग में बाबा रामदेव का यह राजनितिक फंदा समझ में नहीं आया था लेकिन अब जब उनके एक अनाम दोस्त या चेले ने उन्हें एक हेलिकोप्टर गिफ्ट में दिया हे तो फिर साडी बात समझ में आ गयी ।
दोस्तों यह वही कथित सिद्धांतवादी बाबा रामदेव हे जो धन संग्रह और अनावश्यक महंगी भेंट बाज़ी के कड़े आलोचक रहे हें यह वर्तमान में कोंग्रेस यानि केंद्र सरकार के आलोचक सिर्फ इसलियें रहे हें के सरकार पर दबाव बना रहे और सरकार स्वों के मामले में ओषधि नियन्त्रण अधिनियम के तहत कार्यवाही नहीं करे ,इनकी आमदनी खर्च का लेखा जोखा टेक्स विभाग से प्राप्त नहीं करे और अब इतनी महंगी गिफ्ट हेलिकोप्टर के बाद तो बस हद ही हो गयी शायद बाबा रामदेव पहले से ही जानते थे के हमारे देश में बेनामी गिफ्ट लेना अपराध हे इसलियें यह गिफ्ट उन्हें कहाँ से किसने दी कहीं किसी कालाबाजारी ने तो यह गिफ्ट नहीं दी इसकी जांच शायद न हो इसलियें बाबा रामदेव किसी ना किसी बयान बजी के जरिये सरकार पर दबाव बनाते रहे हें अब हेलिकोप्टर कहां से आया किसने दिया जिसने दिया वोह व्यापारी हे या कालाबाजारी सरकार ने पूंछा तो बस बाबा रामदेव जी कहेंगे सरकार मुझे परेशान कर रही हे भारतीय विमान पत्तन अधिनियम और सुरक्षा कानूनों के तहत हेलिकोप्टर के लियें उड़ने और हेलिकोप्टर उतरना के पहले प्रशासन की स्वीक्रति आवश्यक हे जिस जगह से होकर हेलिकोप्टर उड़ेगा वहां भी प्रशासन सुरक्षा देगा और पूर्व स्वीक्रति जारी करेगा ऐसा कानून हे तो जना बाबा रामदेव जो चाहें करें सरकार उसमें बढ़ा ना डाले कोई पूंछ तांछ नहीं करे और अगर कोई जाँच वगेरा हो तो कह देंगे सरकार बाबा के पूर्व में दिए गये बयानों से नाराज़ होकर बदले की भावना से काम कर रही हे तो जनाब अब समझ गये ना बाबा रामदेव तो दुसरे नेताओं से भी बड़े राजनीतिग्य निकले। अख्तर कहाँ अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
03 नवंबर 2010
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बाबा जी ने जमीन छोड़ दी:)
जवाब देंहटाएंदीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंहमें तो हर व्यापारी कालाबाजारी लगता है जो कालाबाजारी नहीं है वह मुनाफाखोर है बाबा भी व्यापारी ही है |
जवाब देंहटाएंहेलिकोप्टर गिफ्ट में देने वाला कोई बेनामी तो नहीं होगा , फिर बाबा गिफ्ट क्यों न लें , अरे ! बिना हेलिकोप्टर कोई कैसे जन सेवा कर सकता है ? अब बाबा को राजनीती में आना है तो हेलिकोप्टर भी तो चाहिए |
गांधी जी ने भी तो कांग्रेस में धनि लोगों को आगे रखा था आखिर कोई भी आन्दोलन चलाने के लिए धन भी तो चाहिए | नेहरु यदि धनि नहीं होते तो उस वक्त शायद ही देश के प्रधानमंत्री बनते |
ये भारतीय लोकतंत्र है यहाँ सब कुछ चलता है |
मैं बाबा का अंधभक्त भी नहीं हूँ, पर मै ऐसा नहीं मनाता. बाबा जी एक क्रांति के सूत्रधार बनने जा रहे है. जमाना देखेगा.....आप और आपके परिवार के सभी लोंगो को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंललित जी की टिप्पणी ने सब कह दिया
जवाब देंहटाएंधन के बल पर राजनीति धनिकों के लिए ही होगी, धनिकों के लिए हर व्यवहार व्यापार होता है।
जवाब देंहटाएंजनता की राजनीति जनता को शिक्षित और संगठित कर के ही की जा सकती है।