तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 नवंबर 2010
कुर्सी के लियें बच्चों को बाहर निकाला
कहावत हे के लोग बच्चों के लियें कुर्सी ही क्या दुनिया गँवा देते हें लेकिन इन दिनों भाजपा में कुर्सी पकड़ नेताओं ने इस मामले में नये मापदंड तय किये हें । कर्नाटक के मुख्यमंत्री जिनके खिलाफ भूमि घोटाले के प्रमाणित आरोप हें और भाजपा हाई कमान ने इस मामले में पुष्टि करने के बाद येदियुरप्पा से मुख्य मंत्री की कुर्सी छोड़ने की कहा था लेकिन येदियुरप्पा ने भाजपा की अनुशासन हीनता की वरिष्ट नेताओं को अनूठा दिखाया और फिर जनता को भुलावे में रखने के लियें हर कम में लगातार दखल देने वाले बेटे और बेटी को अपने सरकारी बंगले से नकालने की घ्श्ना की उन्होंने अधिकारियों को सावचेत किया के कोई भी काम बेटे बेटी कहें तो उनसे पूंछे बगेर नहीं किया जाए । कुर्सी का यह तमाशा जनता भी जानती हे सरकार भी जानती हे कोंग्रेस और भाजपा भी जानती हे लेकिन इन दिनों कोंग्रेस को खुद की पढ़ी हे पहले महाराष्ट्र फिर टू जी स्पेक्ट्रम फिर हाउसिंग घोटाला यानि घोटाले ही घोटाले तो ऐसे में बेचारी कोंग्रेस सरकार क्या बोले इधर भाजपा हे के कोंग्रेस को ब्लेकमेल कर रही हे और आज देश में हालात ऐसे बन गये हें के तू मेरी मत कह में तेरी नहीं कहूँ फिर देश चाहे जाए भाड़ में तो जनाब येदियुरप्पा का कुर्सी बचाने का टोटका जिसमें केवले बच्चों को दिखावे के तोर पर बहर का रास्ता दिखा दिया काम आया और आज वोह फिर से कुर्सी पर काबिज़ हे भाजपा हाई कमान भी अपना अपमान करा कर खुश हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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