तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
18 नवंबर 2010
कोटा के लियें वरदान बेराज की स्वर्ण जयंती आज
ब्लोगर भाइयों आज कोटा के लियें चम्बल नदी के तट पर बने कोटा बेराज की आज स्वर्ण जयंती हे , २६ नोवंबर १९६० को कोटा गढ़ के पास इस बांध का लोकार्पण भारत के प्रधानमन्त्री पंडित जवाहर लाल नेहरु ने किया था । करोड़ों से बने इस बांध के १९ गेट हें जो करीब ४०बायि ४२ फिट के हें और इससे दस लाकह की आबादी को पानी मिलता हे आजकल भीलवाडा भी यहाँ से पानी जा रहा हे इस बांध से करीब ५ लाख बीघा भूमि सिंचित होती हे यहाँ बिजली पानी खेती और उद्योग जो भी कुछ हें सब इसी बांध की दें हे । आज इस बांध को ५० वर्ष पुरे होने वाले हें इस बांध ने अपने इस काल में चम्बल के किया उफानों को रोक कर शांत किया हे और कोटा को आसपास के गाँव को बहाने से बचाया हे कोटा का यह बांध लोगों के लियें एक मोर्निंग वाक् और पुन्य स्थल भी बना हे यहाँ रोज़ सुबह सवेरे लोग घुमने आते हें जबकि लाखों की तादाद में कबूतरों का यहाँ बसेरा होने से सेवा भावी ओग इन कबूतरों को चुग्गा दाना डालते हें लगभग ८५४ फिट ऊँचे बने इस बांध के किनारे लाखों मछलियाँ रहती हे जहां भी लोग दाना दल कर अपनी धार्मिक पिपासा शांत करते हें । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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