तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 नवंबर 2010
छछूंदर के सर में चमेली का तेल
आज जब में घर पर आया और चुपचाप ब्लॉग लिखने लगा तो मेरी खतरनाक सबसे खतरनाक बीवी गर्म पानी लेकर आई उसमे खोपरे के तेल का डिब्बा डाला और जब तेल पिघल गया तो उसमे से तेल निकाल कर मेरे सर में लगाना शुरू किया अचानक इस सेवाभाव से में अचरज में आ गया मेने कहा के छछूंदर के सर में चमेली का अटल क्यूँ डाल रही हो तो उसने कहा के छुए के सर में घांसलेट का तेल हे मेंफिर भी नहीं समझा और खामश अपना काम करता रहा क्यंकि आज जब मेरी बेटी स्कुल से गोल्ड मेडल लेखन में लेकर आई तो में ख़ुशी से फुला नहीं समाया था मेरी बेटी सदफ अभी फर्स्ट क्लास में हे जबकि निनथ में पढने वाली बेटी जवेरिया ने जब खाना पानी के गिलास के साथ घर में खाने के लियें निकल कर रखा और मेरी कर आते ही मुझे देखने और दरवाज़ा खोलने बाहर आ गयी जब वोह अंदर पहुंची तो कमरे से रोटी और गिलास गायब था में जम कमरे में गया तो मेने देखा के मेरी बेटी जवेरिया इधर उधर बदहवास सी कुछ ढूंढ़ रही थी मेने कहा क्या हुआ तो उसने कहा के पापा आभी मेने रोटी और पानी का ग्लास यहाँ रखा था शायद गिलास और रोटी चुहिया ले गयी मेरी बेटी जवेरिया की इस बात पर जब मुझे हंसी आई तो वोह झेंप गयी लेकिन सवाल था के रोटी और गिलास आखिर गया कहां हुआ यूँ के जब बिटिया मुझे देखने और दरवाज़ा खोलने बाहर आई तो नहा कर बाहर निकली श्रीमती जी ने बाहर खाना और पानी देख कर सोचा के कोई रखना भूल गया इसलिए उन्होंने रोटी और पानी का गिलास वहां से हटा दिया तो जनाब यह तो हुई मेरी बेटी की बेवकूफी भरी बात लेकिन सर में तेल दल कर मक्खन लगाने के पीछे हमारी श्रीमती जी का राज़ समझ में आया जब उन्होंने जयपुर हमारी बड सास और साडू के हज से आने पर उनसे मिलने जयपुर जाने की फरमाइश की तब मेरी समझ में आया के छछूंदर के सर में चमेली का तेल क्यूँ डाला जा रहा हे ॥ अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)