आपका-अख्तर खान

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13 नवंबर 2010

क्यूँ सोचते हो .........

क्यूँ
सोचते हो तुम
के
मुझे
तुमसे प्यार
हे
लोग देख लें
तुम्हें
इज्जत की नजर से
बस दिखावा
इसीलियें हें
वरना
तुमसे
और तुमसे
किस
कमबख्त को
प्यार हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

5 टिप्‍पणियां:

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