आपका-अख्तर खान

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13 नवंबर 2010

रो ले थोड़ा सा .....

यूँ
तबियत
ना बिगाड़
अपनी
जुदाई में
उसके
रो ले
थोड़ा सा
बस फिर
तबियत
संभल ही
जायेगी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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