तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 नवंबर 2010
चूहा मिला दही बेचने की सजा बस लाइसेसं निलम्बन
दोस्तों क्या आप को यकीन होगा के आपके देश में कोई व्यक्ति आम जनता को खुलेआम मरे हुए चूहों का दही बेचते पकड़ा अजय उसकी जांच प्रयोगशाला से भी लोगों के स्वास्थ्य के लियें हानिकारक आये और फिर भी देश के उस व्यापारी की सजा केवल और केवल लाइसेंस निलम्बित होना हो और वोह भी लाइसेंस जो उसने रिनिव ही नहीं करवाया हे , जी हाँ कोटा में कुछ दिनों पहले म़ोत के सोदागारों को रंगे हाथों मरे हुए चूहों वाला दही जनता को बेचते पकड़ा गया था पकड़ने वाला सरकारी अमला था और सरकार भी शुद्ध के लियें युद्ध का नारा देने वाली थी लेकिन अधिकारीयों ने एक माह तक तो सभी सबूतों के बाद भी जांच की और अब इस दही को जनता के स्वास्थ्य के लियें हानिकारक माना गया हे बस इसलियें कोटा विज्ञान नगर की इस डेयरी संचालक का लाइसेंस निरस्त किया गया हे अब तक सरकार ने इन जनाब के खिलाफ राजनितिक दबाव के चलते ना तो फोजदारी प्रकरण दर्ज किया हे और ना ही खाध्य अपम्मिश्रण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कोई कार्यवाही की गयी हे कोटा में इस मामले की जाँच के लियें निरीक्षक और अधिकारी नहीं हे कानून तो बना हे कानून में न्यूनतम सजा ६ माह रखी गयी हे लेकिन म्रत्यु दंड का प्रावधान नहीं हे कोटा में होटल और दुसरे खाध्य पदार्थ विक्रेताओं को अगर इस अधिनियम प्रावधानों के तहत खंगाला जाए तो यहाँ एक भी व्यापारी सजा से नहीं बच सकता लेकिन सिर्फ जनता को जहर बेचने और खिलाने की इन व्यापारियों को खुली छुट इसलियें हें के यह सभी व्यापारी किसी ना किसी राजनितिक पार्टी के आर्थिक मददगार और वोट बेंक हें और इसीलियें बस सरकार की सोच हे हमें वोट चाहियें फिर जनता जाए चाहे भाड़ में । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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kya kariyega is desh ka kanoon bhi koi kanoon hai
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