तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 अक्तूबर 2010
कोटा की सडकों पर विधि विरुद्ध तरीके से बेहिसाब पेवन्द लगाये
कोटा की सडकें जो भाजपा के ललितकिशोर जी के मंत्रित्व काल में हेमा मालिनी के गलों की तरह चिकनी चुपड़ी थीं वोह आज ओम पूरी के गालों से भी बदतर हें , कोटा की कई मुख्य सडकें तो ऐसी हें जहां मिटटी में से सडक को ढूँढना पढ़ता हें । पिछले दिनों कोटा के मंत्री जिनके पास स्वायत शासन विभाग भी हे उन्होंने जब शहर का भ्रमण क्या तो उन्हें अपनी सरकार और सरकार के कारिंदों की कारगुजारी पर इतनी शर्म आई के उन्होंने कई इंजिनीयर्स को निलम्बित कर दिया , इंजीनियर्स भी कम प्रभावशाली नहीं थे उन्होंने अपना जुगाड़ मंत्री जी से लगाया २४ घंटे में भाल हुए और जिन सडकों की मरम्मत और निर्माण की लापरवाही में उन्हें मंत्री जी ने निलम्बित किया था उन सडकों के गड्डे भरने के लियें इन इंजीनियर साहब को ही प्रभारी बना दिया गया आप यकीन मानिए कोटा की सडकों को पेबन्द लगाकर मरम्मत करने के नाम पर एक करोड़ छियासी लाख रूपये का खर्चा कर दिया गया हे लेकिन सडकें हें के वेसी की वेसी टूटी फूटी पढ़ी हें । हालत यह हे के यहाँ आम जनता को दुपहिये वाहनों पर चलने में दिक्कतें हो रही हें किया लोगों को सर्वाइकल और डिस्क स्लिप की शिकायतें हो गयी हें लेकिन कोटा के अधिकारी मंत्री हें के मानते ही नहीं । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)