तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 अक्तूबर 2010
कोटा बस स्टेंड कोटा के नाम पर धब्बा
जी हाँ दोस्तों हमारा कोटा शहर राजस्थान का ही नहीं देश भर का सबसे बढा शेक्षणिक नगर हे यहाँ देश भर के लोग आते जाते हें लेकिन यहाँ का बस स्टेंड तोबा तोबा बस इस शहर के चेहरे पर चाँद के धब्बों की तरह हे , कई बार कई अधिकारीयों ने य्हना व्यवस्था सूधारने की कोशिश की लेकिन सब बेकार रहा हे करीब दस सालों से इस बस स्टेंड को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जाना प्रस्तावित हे लेकिन यहाँ राजनितिक विरोधाभास और प्रोपर्टी डीलरों के दबाव के चलते इस मामले में फेसला नहीं हो पा रहा हे । कल यहाँ रोडवेज़ के महा प्रबन्धक मनजीत सिंह जब कोटा आये तो वोह यहाँ बस स्टेंड की इस अव्यवस्था को देख कर चीख पढ़े और हालत सूधारने के तुरंत निर्देश दिए लेकिन सरकार इस बस स्टेंड पर कोई राशि खर्च नहीं करना चाहती हे एक तो यह बस स्टेंड बीच शहर में रास्ट्रीय राजमार्ग की पुलिया पर सघन यातायात इलाके में हे दुसरे यहाँ की हालत बहुत खराब बनी हुई हे लेकिन कई मंत्री आये कई मंत्री चले गये कई मुख्यमंत्री आये और कई चले गये वायदे इस बस सस्टेंड को आधुनिकी कर्ण करने के खूब किये गये लेकिन नतीजा सिफर यानि शून्य ही रहा हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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