मेरे दोस्तों बहनों और भाइयों बुजुर्गों में आज हूँ हो सकता हे कल रहूँ या ना रहूँ और कहावत हे काल करे सो आज कल पल में प्रलय होगी फिर करेगो कब कल क्या हो में रहूँ या ना रहूँ इसलियें ....................
६ दीन,२८८ घंटे,१७२८० मिनट, १०३६८०० सेकंड ,के बाद दीवाली हे तो आपको हमसे पहले कोई दीपावली मुबारक खे इसलियें दिवाली मुबारक हो हेप्पी दिवाली । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 अक्तूबर 2010
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आप को भी
जवाब देंहटाएंदिवाली मुबारक हो हेप्पी दिवाली
ढेर सारी शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ .. आपको भी दीवाली मुबारक हो
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