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23 अक्तूबर 2010

कीचड़ में कमल बनो

लोग कहते हें
भारतीय संस्क्रती
कीचड़ हे
में कहता हूँ हां कीचड़ हे
लेकिन
इस कीचड़ में
भारतियों की
कमल की तरह जीने की
संस्क्रती हें
मेरा देश कीचड़ हे
तो मेरे देश के लोग
इसका कमल हें
जो इस देश की
खूबसूरती को
चार चाँद लगा रहे हें
दोस्तों कीचड़ और दलदल में फर्क हे
दल दल आदमी को समो लेता हे
कीचड़ कमल पैदा करता हे
कीचड़ में कीड़ों की तरह से
तुम मत जियो
कमल बनो और सोना बनकर जियो ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

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