तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 अक्तूबर 2010
सोने चांदी के भाव असमान पर
देश की गलत आर्थिक नीतियों के चलते और पूंजीपतियों व्यापारियों को छुट मिलने के कारण देश में सोना चांदी आम आदमी से दूर जाता जा रहा हे और देश में एक अराजकता की स्थिति पैदा होने की सम्भावना बढ़ गयी हे , देश में सोना २० हजार रूपये टोला चांदी तीस हजार रूपये किलो होने के कारण यहाँ आम आदमी तो इसके बारे में सोच भी नहीं प् रहा हे जबकि व्यापारी और धनाड्य लोग सोने और चांदी का स्टोक पर स्टोक करते जा रहे हें जिससे सोने और चांदी के क्रत्रिम भाव बढाये जा रहे हें , सरकार इस मामले में हाथ पर हाथ धरे बेठी हे सब जानते हें के सोना चांदी हर अमीर गरीब की शादी की शान हे चाहे थोडा हो चाहे ज्यादा हो लेकिएँ यह दोनों धातुओं के जेवर होना ही चाहिए लेकिन अब यह धातुएं आम गरीब से दूर की जाने लगी हें , देश में इस व्यवस्था से निपटने के लियें सरकार ने पहले ही गोल्ड कंट्रोल अधिनियम बना रखा हे जिसमे सोने की कीमतों और स्टोक को केसे नियंत्रित क्या जाएगा इसके स्पष्ट प्रावधान अंकित हें लेकिन सरकार हे के जिस कानून से जमाखोरों , व्यापारियों और कालाबाजारियों भ्रष्टा चारीयों को तकलीफ होती हो वोह कानून हमारे इस देश में लागु ही नहीं करना चाहती और यही वजह रही हे के सोना और चान्दी हमारे देश में क्रत्रिम तरह से व्यापारियों द्वारा सरकार सांठ गांठ कर आम जनता से दूर क्या जा रहा हे आज हर घर में लाखों करोड़ों और अरबों रुपोये का सोना चांदी का स्टोक भरा पढ़ा हे लेकिन सरकार इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रही हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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