दोस्तों जरा सोचो
देश,समाज और विश्व में
चल रही
बुराइयों के
ज़िम्मेदार कोन हे
जवाब साफ़ हे
हमारी वजह से ही
देश ,समाज में बुराइयां हें
हम मानते हे
दुनिया में बुराइयां हें
लेकिन हम यह तो सोचें
समाज और देश में
यह बुराइयां क्यूँ हें
दुनिया में बुराइयां
सिर्फ इसलियें नहीं
के बुरे आदमी ज्यादा बोलते हें
बुरे आदमी ज्यादा बुरा करते हें
बुराइयां समाज में सिर्फ इसलियें हें
के शरीफ और खुद को भला कहने वाले लोग
बुराई को देख कर भी चुप्पी साध लेते हें
बुरे को बुरा कहकर
धिक्कारते नहीं हें
उलटे डर और खोफ से
या फिर उसमें शामिल होकर
उसे पुचकारते हें
बस हम में बुराइयां हे
इसीलियें देश और समाज में
बुराइयां हे
तो दोस्तों
या तो बुरे को बुरा कहना छोड़ दो
या फिर बुराई को मिटने के लियें
दमदारी से
लड़ना शुरू कर दो।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 अक्तूबर 2010
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Bahut Khoob!
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा।
जवाब देंहटाएंkitni achhi baat kahi aapne.... :)
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