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18 अक्तूबर 2010

संवाद और विवाद

में आपसे
पूंछता हूँ
संवाद और विवाद
क्या होता हे ,
आप जानते हें
दिल से दिल की मुलाक़ात
संवाद हे ,
लेकिन बुद्धि से बुद्धि का टकराव
विवाद हे
जिसमे दिमाग हे
उसमें विवाद हे
जब दो दिल मिलेंगे
तो प्यार बढ़ेगा
और जब दो
दिमाग टकराते हें
तो पाप बढ़ता हे
विवाद गहराते हें
संवाद में किसी की
हार होती हे ना जीत
बस दोनों जीतते हें
विवाद में भी
ना किसी की हार होती हे
ना किसी की जीत
फर्क बस इतना हे
विवाद में दोनों
हार जाते हें
इसलियें भाइयों ब्लोगर दोस्तों
विवाद से बचो
संवाद कायम करो
विवाद खत्म करो
दिमाग से दिमाग मत लड़ाओ
दिल से दिल मिलाओ
और बस सुख चेन
खुद बा खुद कायम हो जाएगा ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

4 टिप्‍पणियां:

  1. जब दो दिल मिलेंगे
    तो प्यार बढ़ेगा
    और जब दो
    दिमाग टकराते हें
    तो पाप बढ़ता हे
    सही रेखांकन ...

    जवाब देंहटाएं
  2. मेल चाहे दिल का हो
    या दिमाग का
    होगा सदा लाभदायक..
    और
    टकराव चाहे दिल का हो
    या दिमाग का
    होता है हानिकारक...

    जवाब देंहटाएं
  3. सही सलाह ,संवाद कायम रहना चाहिये ।

    जवाब देंहटाएं
  4. ऐसी रचना पढ़ना बहुत अच्छा लगता है |अच्छी रचना के लिए बधाई
    आशा

    जवाब देंहटाएं

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