तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 अक्तूबर 2010
नगर निगम कोटा की पत्रकारवार्ता में नारेबाजी
कोटा नगर निगम की मेला दशहरा मेले की त्य्यारियों की जानकारी देने के मामले में हमेशां की तरह से बुलाई गयी परम्परागत पत्रकार वार्ता में आज छोटे मंझोले और साप्ताहिक पाक्षिक समाचार पत्रों के पत्रकारों सम्पादकों ने उमकी उपेक्षा का आरोप लगा कर नारेबाजी की । कोटा में ऐतिहासिक मेला दशहरे के आयोजन के पहले नगर पालिका और नगर परिषद कार्यकाल से ही देनिक और प्रमुख साप्ताहिक पाक्षिक समाचार पत्रों के सम्पादकों को बुलाने की परम्परा रही हे लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ और बस इसी बात से पत्रकर खफा हो गये , पत्रकार वार्ता में छोटे मंझोले समाचार पत्रों के मालिकों ने विरोध प्रदर्शन क्या इस विरोध प्रदर्शन के बाद पत्रकारवार्ता में बेठे देनिक कोटा ब्यूरों के मालिक कय्यूम अली और वरिष्ट पत्रकार हरिमोहन शर्मा जो वर्तमान में प्रेस क्लब के सचिव दुबारा चुने गये हें वोह बाहर आ गये और उनके साथ ही निरीक्षक देनिक समाचार के प्रतिनिधि भी बाहर आ गये प्रेस क्लब के सचिव हरिमोहन शर्मा ने इस मामले में छोटे मंझोले समाचार पत्रों का समर्थन क्या और उनकी उपेक्षा का विरोध किया , शोर सुन कर प्रेस क्लब के अध्यक्ष भी पत्रकार वार्ता से बाहर आ गये और उन्होंने दोनों पक्षों को समझाने का प्रयास क्या लेकिन इसी बीच महापोर श्रीमती रत्ना जेन की तल्ख टिप्पणी के बाद मामला गर्म गया और महापोर भी गर्म हो गयीं कुल मिला कर कोटा में छोटे मंझोले समाचार पत्रों का प्रतिनिधित्व नहीं होने से यहाँ इन पत्रों की उपेक्षा लगातार प्रशासनिक स्तर पर की जाती रही हे लेकिन अब प्रेस क्लब में उनका नेत्रत्व आ जाने से शायद ऐसा सम्भव नहीं हो सके और प्रशासन पत्रकारों के बीच टकराव की स्थित बन जाए , खेर देखें आगे क्या होता हे , अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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बहुत ही करय दिन आ गए पत्रकारों के -----की समाचार के लिए उन्हें नारेबाजी करनी पड रही है
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