जेम मुनि
तरुण सागर जी ने कहा हे
में तुमसे
नोट मांगने नहीं आया हूँ
वोट और सपोर्ट भी
मांगने नहीं आया हूँ
में सिर्फ तुमसे
तुम्हारी खोट
मांगने आया हूँ
वोह खोट जो तुम्हें
रात को सोने नहीं देती
वोह खोट जो तुम्हे
दीन हीन दरिद्र बनाये हुए हे
में तुम्हारे द्वार पर
झोली फेलाए खड़ा हूँ
इस झोली में डाल दो
जीवन की तमाम बुराइयाँ
बस यही मेरी
गुरु दक्षिणा होगी।
संकलन अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 अक्तूबर 2010
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वोह खोट जो तुम्हे
जवाब देंहटाएंदीन हीन दरिद्र बनाये हुए हे
में तुम्हारे द्वार पर
झोली फेलाए खड़ा हूँ
बहुत अच्छा विचार ले कर प्रस्तुत किया है ...सुन्दर अभिव्यक्ति