मेरी खुदा से
एक ही दुआ हे
के वोह
मनमोहन सिंह जेसे
प्रधानमन्त्री
विश्व के
सभी देशों को दे
क्यूंकि
इस अराजकता
और महंगाई को
एकला
मेरा देश ही
क्यूँ भुगते ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
30 सितंबर 2010
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अरे वाह बड़ी दूर की सोच ली. ...चलिए रचना कुछ हटकर बढ़िया लगी.
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