आपका-अख्तर खान

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30 सितंबर 2010

ना जाने क्या फेसला होगा

कल ना हम होंगे
ना कोई गिला होगा
सिर्फ सिमटी हुई
यादों का
सिलसिला होगा
जो लम्हें हें
चलो
हंस कर बिता लें
जाने कल
क्या
जिंदगी का फेसला होगा ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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