देखो झूम उठा हे आज
मेरा हिन्दुस्तान
क्योंकि यह हे मेरा देश महान ,
गंगा जमुना की इस तहज़ीब में
देखो यारों
इधर हे गणपति की पूजा
उदर हो रही हे नमाज़े ईद
दोस्तों खुश आमदीद खुश आमदीद
इधर हे भगवान गणपति की मोदक
तो उधर हें ईद की सिवइयां
दोनों में हे मिठास ,सद्भाव ,प्यार
यह सब मिलकर
ईद हो चाहे हो गणेश चतुर्थी
जिधर देखो उधर
भाई चारे का
रस घोल रही हे
इधर देखों ईद की ख़ुशी की बोछार
उधर हे गणेश जी के जन्म का त्यौहार
इधर घुल रही हे मिठास
उधर घुल रहे हें इंद्र धनुषी रंग
बस यही हे मेरा हिन्दुस्तान
इसी लियें देखों
विश्व भर में एक मेरा ही देश ऐसा हे
जहां गर्व से कहते हें मेरा भारत महान ।
क्यूंकि आज
शुक्र का
चाँद से भी हे मिलान
ईद और गणेश उत्सव की बहुत बहुत मुबारक हो .............. अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
10 सितंबर 2010
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बस यही हे मेरा हिन्दुस्तान
जवाब देंहटाएंइसी लियें देखों
विश्व भर में एक मेरा ही देश ऐसा हे
जहां गर्व से कहते हें मेरा भारत महान
कितनी सुंदर कविता है! बधाई