तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 सितंबर 2010
वन्य जीव सप्ताह १ अक्तूबर से
वन्य जीव संरक्ष्ण अधिनियम के प्रावधानों के तहत देश भर में वन्य जीवों और सम्पदा को संरक्षित करने के लियें वन विभाग की और से वन्य जीव संरक्ष्ण सप्ताह १ से ७ अक्तूबर तक पुरे देश में मनाये जाने के रस्म निभाई जाएगी इस पर करोड़ों करोड़ का बजट खर्च होगा लेकिन देश में इस सप्ताह से वन्य जिव और सम्पदा को कितना संरक्ष्ण मिल पायेगा यह देखने के बात हे सरकार इस सप्ताह की खुद समीक्षा करे इसके खर्च और किये जाने वाले कार्यक्रमों की मोनिटरिंग करे तब कहीं इस मामले में यह सप्ताह जन हित और राष्ट्र हित में सार्थक हो सकेगा। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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सही कहा आपने रस्म बन कर ही रह गई है
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