तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
23 सितंबर 2010
पोते के जन्म के साथ बेटे की म़ोत
कोटा में अनंत चतुर्थी के जुलुस के दोरान कल गणपति की प्रतिमाएं विसर्जित करते समय दो बच्चों की म़ोत हो गयी एक सुनील म्र्त्क के साथ अजब घटना हुई इधर तो उसका शव मिला और उधर उसकी पत्नी प्रसव पीड़ा से पीड़ित होकर अस्पताल में भर्ती करवाई गयी इधर म्रतक सुनील की चिता को मुखाग्नि दी गयी उधर सुनील की पत्नी ने एक बच्चे को जन्म दिया इस हालत में सुनील के माता पिता से कुछ कहते नहीं बन पढ़ रहा था लेकिन आज तक भी सुनील की पत्नी को पता नहीं हे के उसके पीटीआई कहां हें वोह तो सोचती हे के कहीं बहर गये हें हे न अजीब इत्तिफाक इधर तो पिता की अर्थी विलीन हुई और उधर पुत्र का जन्म हुआ कुदरत के खेल भी अजीब निराले हें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
एक तरफ ख़ुशी का लहर है और दूसरी तरफ ग़मों का पहाड़ टूट पड़ा है! अब ख़ुशी मनाये या मातम्ब ! अजीब खेल है भगवान का!
जवाब देंहटाएंएक तरफ ख़ुशी का लहर है और दूसरी तरफ ग़मों का पहाड़ टूट पड़ा है!
जवाब देंहटाएं