तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
17 सितंबर 2010
राजस्थान के मुख्यमंत्री गहलोत नोकरशाहों पर फिर बरसे
राजस्थान के मुख्यमंत्री अपनी ही सरकार के कारिंदे नोकरशाहों पर लेट लतीफी और जनता को परेशान करने के आरोपों को लेकर खूब बरसे ,गहलोत वर्द्धावस्था पेंशन सहित अन्य सुविधाओं के मामले में बोल रहे थे गहलोत ने कल एक कार्यक्रम में कहा के सरकार की पेंशन सहित अन्य कल्याणकारी १२० योजनायें हें लेकिन वोह जनता तक नहीं पहुंच पाती हें उन्हें रिपोर्टों के नाम पर प्रताड़ित किया जाता हे और सारा काम पूरा होने के बाद भी उन्हें अनावश्यक चक्कर लगवाया जाता हे , गहलोत की यह बात तो सही हे लेकिन वही राजीव गाँधी की स्टाइल के देश में चोरी तो हो रही हे लेकिन चोर के खिलाफ क्या कार्यवाही हुई किसी को पता नहीं आज अकेले कोटा में वर्द्धावस्था पेंशन घोटाले के बाद २५ हजार पेंशने बंद कर दी गयी थीं उनमे से हजारों महिलाएं और विकलांग करीब दो वर्षों से कोटा में कलेक्टर से लेकर मंत्री तक चक्कर कट रहे हें लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला हे गहलोत अगर जनता का दर्द समझते हें और जनता को त्वरित नयी दिलाना चाहते हें तो इस काम में लगे लोगों को समयबद्ध कार्यक्रम देकर पाबन्द करें और कलेक्टरों को इसके लियें ज़िम्मेदार बनाएं क्योंकि कलेक्टर ही इस मामले में पंगा लगाते हें कोटा में कमसे कम दस हजार लोग पेंशन का इन्तिज़ार कर रहे हें लेकिन उनके आवेदन पत्रों पर कोई विचार नहीं कर रहां हे गहलोत जी ऐसे अधिकारी कर्मचारियों को जब तक घर बताने की तय्यारी नही करेंगे तब तक यह सुधरेंगे नहीं और पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा मंचों पर केवल राजनितिक भाषण देने से तो जनता में सरकार को और मजाक ही बनता हे इसलिए खो तो कुछ कर के भी बताना होगा जब कहीं गहलोत जी गाँधी के रास्ते पर चलने वाले माने जायेंगे। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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