आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

01 सितंबर 2010

आँखों में नमी

आँखों में
नमी सी हे
चेह पे उदासी हे
लगता हे
मेरी दुनिया
अब मुझ से
खफा सी हे
यह केसा शहर
हे मेरा
हर रोज़ नये फितने
हर रोज़ सितम ताज़ा
यह हालात
बस एक वोट
ठीक तरह से
नहीं देने की
सजा सी हे ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

3 टिप्‍पणियां:

  1. सच कहा आपने एक वोट देने और ना देने की भी सजा हम सब भुगत रहे हैं.

    जवाब देंहटाएं
  2. एक वोट ही तो है जो हमारी ताकत है उसका इस्तेमाल सही ढंग से होना चाहिये ।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सटीक ....सोचने पर मजबूर करती हुई

    जवाब देंहटाएं

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...