ऐ मुम्बई वालों
देखो जरा देखो
इन्दोर की हे फ़िरोज़
जिसे मिली हे मुम्बई की मुसर्रत
आप को पता हे
यह वही फ़िरोज़ हे
जिसने झालावार में
टकराने की थे जुर्रत
यह फ़िरोज़ हे
जिसे मिली आज मुसर्रत।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 अगस्त 2010
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achha laga
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