तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 अगस्त 2010
कोटा में छात्रों को भगा भगा कर मारा
कोटा में कल छात्र संघ चुनाव के दोरान पुलिस कुप्रबंध और अविवेकपूर्ण निर्णयों के चलते कोटा पुलिस ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण गोड के इशारे पर निहत्थे छात्रों पर बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया , कोटा पुलिस का छात्रों को भगा भगा कर मारने का यह पहला किस्सा नहीं हे कोटा पुलिस आये दिन छात्रों के साथ ऐसा सुलूक करती रही हे और शायद इसी पुरानी रंजिश के चलते कोटा पुलिस ने बेगुनाह छात्रों को बहाना ढूंड कर ब्रह्मी से अर हे जिसें छात्र कोंग्रेस के प्रत्याक्षी सोहे कहां , कोंग्रेस के पदाधिकारी रामेश्वर सुन्वाल्का सहित कई दर्जन छात्र घायल हो गये जिन्हें इलाज के लियें अस्पताले में भर्ती कराया गया हे , लाठी वार के दोरान रास्ते में आने जाने वाले वकीलों को भी इस का कोप भाजन पढना पढ़ा और दो वकीलों के भी चोटे आई हें , पुलिस के इस रवय्ये से कोटा कोंग्रेस,भाजपा,सहित सभी पार्टिया और सन्गठन नाराज़ हें लेकिन ताजुब इस बात पर हे के इस गम्भीर मामले में राजस्थान सरकार और कोटा के अन्य अधिकारीयों ने आज तक कोई कदम नहीं उठाया हे जबकि पूर्व केन्द्रीय मंत्री भुवनेश चतुर्वेदी सहित कई कोंग्रेसियों ने इस घटनाक्रम की आलोचना की हे , ताजुब तो इस बात पर हे के पुलिस ने लाठिया छात्रों को नीचे पटक पटक कर उनके सर को निशाना बना कर मारी हे जिससे उनके गम्भीर चोटे आई हें लेकिन कोटा के पुलिस को तो अब एक ही मामला हे के सय्यां भये कोतवाल तो डर काहे का और इसीलियें कोटा पुलिस का जनता पर ज़ुल्म का पाप का घडा भर जाने पर भी आज तक कोई कुछ नहीं बिगाड़ सका हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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