आपका-अख्तर खान

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23 अगस्त 2010

यह हिचकियाँ

उन्हें देखो
हिचकी आते ही
वोह पानी ले आये हें
उन्हें क्या पता
मुझे कोन याद कर रहा हे ,
वोह मेरी
हर हिचकी को समझते हें बीमारी
उन्हें क्या बताऊं
पास बेठ कर भी
वोह मुझे इसी तरह
या करते हें
उनकी यही तो अदाए हें
जो हमें हिचकियों से
बेहाल करती हें। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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