जिंदगी
उधर किया देखती हे
पस्त होसले वाले तुझे
किया जियेंगे ।
इधर आ
हम होसले वाले हें
तुझे हम गुजारेंगे ..............
दोस्तों यह निराशावादी लोग जो पल भर की परेशानी को जिंदगी भर की परेशानी समझ कर आत्महत्या करने लगते हें उन से प्रेरित होकर लिखा गया हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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