तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
13 अगस्त 2010
गडकरी ने मनमोहन को गांधी जी का बन्दर कहा
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी हमेशां अपनी जुबां फिसला कर असंसदीय गरिमा के विरुद्ध शब्दों का स्तेमाल करते रहे हें और इसीलियें अख़बार,मीडिया उनकी आलोचना करता रहा हे , कल फिर गडकरी ने अप्रत्यक्ष रूप से मनमोहन को आँखों का अंधा,कानों का बेहरा,मुंह वाला गुंगा कहा हे उनके कहने का अंदाज़ इस बार व्यंगात्मक था भाषा में अश्लीलता नहीं थी , गांधी जी के बन्दर की तुलना जो बन्दर तीन थे उन तीनों बंदरों से गडकरीं ने एक अकेले मनमोहन प्रधानमन्त्री जी की कर दी हे , गडकरी की हमेशा उनके कथनों पर आलोचना होती हे लेकिन गडकरी के इन कथनों पर जनता सोचने पर मजबूर हुई हे मनमोहन जी की कार्यशेली को देख कर जनता सोचती हे के गडकरी जी के कहने का अंदाज़ कुछ भी रहा हो लेकिन वोह बोले सही हें और सच कडवा तो होता ही हे , लेकिन फिर भी गडकरी जी इन कडवे सच्चे शब्दों को मिठास में लपेट कर भी कह सकते थे लेकिन वोह ऐसा क्यूँ करेंगे उनका ट्रेनिंग सेंटर ऐसा हे जहां इस तरह की तो शिक्षा मिलती ही नहीं। अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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