तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
05 अगस्त 2010
फिर सुबह हो गयी
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी
रात गयी ,करवटें गयी,याद गयी
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ।
रात थी तो बात थी
रात थी तो नींद में उनकी याद थी
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ,
अब सुबह से शाम तक
बताओ में क्या करूं
इन उजालों में
केसे उन्हें या करूं
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ,
फिर से बजने लगी घंटियां
फिर से होने लगी अज़ान
मुर्गा बोले कुकड़ू कुं
चिड़िया बोले चू चूं ।
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी
अन्ध्रेरा जो पसंद था मुझे
उसे रौशनी खा गयी
फिर देखो सुबह हो गयी
ना जाने कब
अब फिर शाम होगी
उसकी यादें मेरी
सांसों में आम होंगी
ओह देखो
फिर सुबह हो गयी ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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ना जाने कब
जवाब देंहटाएंअब फिर शाम होगी
उसकी यादें मेरी
सांसों में आम होंगी
too gud!