तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 अगस्त 2010
कोटा के मंत्रियों में ठनी
कोटा जिले के राजस्थान मंत्रिमंडल में कोंग्रेस के दो मंत्रियों में सहित युद्ध चरम सीमा पर पहुंच गया हे राजस्थान में पंचायत मंत्री भरत सिंह और स्वायत शासन मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल में खूब ठन गयी हे पिछले दिनों पंचायत टिकिटों और जिला प्रमुख के चुनावों में क्रोस वोटिंग को लेकर शान्ति धारीवाल और भरत सिंह में आर पार की लड़ाई ठन गयी थी हालात यह थे के दोनों के समर्थकों में पहले पत्थर बाज़ी फिर हाथापाई और फिर हाईकमान तक शिकवे शिकायत पहुंचे थे लेकिन हाई कमान ने इस लड़ाई को गम्भीरता से नहीं लिया और शिकायतें ठंडे बसते में डाल दी हें । अब दोनों मंत्रियों की लड़ाई सडकों पर आ गयी हे हालात यह हें के कोटा कलेक्टर को शहर की सडकों से आवारा जानवर हटाने और गंदगी सफाई करवाने के मामले में भरत सिंह बैठकों के नगर निगम कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही के लियें चेतावनी देते रहे हें लेकिन कलेक्टर धारीवाल के प्रभाव में होने से मामला निगम महापोर का बता कर अधिकारीयों और कर्मचारियों के खिलाफ कार्यवाही से पल्ला झाड़ते रहे हें , कल जब एक देनिक अख़बार ने शहर में गंदगी और आवारा जानवरों के मामले में सवाल किया तो भरत सिंह ने साफ़ तोर पर कहा के कोटा के स्वायत शासन मंत्री शांति कुमार धारीवाल हें और स्वायत शासन मंत्री का शहर तो मोडल शहर होना चाहिए यहाँ शहर की सडके साफ़ हों और सडकों से आवारा जानवर दूर रखे जाए यह ज़िम्मेदारी नगर निगम को स्वायत शासन मंत्री का शहर होने के करण उठाना चाहिए कुल मिला कर उन्होंने अख़बार में यह बयान छपवाकर स्वायत शासन मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल इन्कोमपितेंट मंत्री साबित करने का प्रयास किया हे । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)