आपका-अख्तर खान

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28 अगस्त 2010

उसने घर बुलाया

बढ़े प्यार से
रंगीन अंदाज़ में
कल उसने
मुझे
घर बुलाया ,
घर में
मेरे सामने
निवाला उन्होंने तोड़ा
और पास जो बेठे थे उनके
उन्हें बढ़े प्यार से खिलाया
मुझ से यह भी ना पूंछा
के लीजिये जनाब
आइये बेठिये
में समझा अपनों में
फोर्मलिटी कहां
पहले खड़ा रहा
अजनबियों की तरह
फिर वोह बोले देख कर मुझे
प्लीज़ अभी हम प्राइवेट काम कर रहे हें
हमारे अपनों को
खुश कर रहे हें
फ़ालतू हो तो फिर कभी आना
और फालतू न हो तो कोई बात नहीं
मत आना ।
अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

1 टिप्पणी:

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