जब भी हाथ उठाओ
दुआ के लियें
तुम मेरे देश को
खुदा के लियें
भूल ना जाना
मेरे देश की एकता अखंडता खुशहाली की
दुआ करना यारों
किया पता
मेरे देश और देश वासियों
के नसीब की खुशियाँ
आपकी एक दुआ के लियें
सो प्लीज़
मेरे देश की खुश हाली की
दुआ करो यारों।
...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 अगस्त 2010
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जय हिंद
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