आपका-अख्तर खान

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05 अगस्त 2010

भाईजान हमारे धर्म के मोलानाओं की तरह क्या आपके धर्म में भी मक्कार हें

दोस्तों आज में बहुत दुखी हूँ क्यूंकि एक सच मेरे सामने हें के विश्व के सभी धार्मिक पंडितों मोलानाओं में मेरे मुस्लिम धर्म के मोलाना सबसे ज्यादा मक्कार हें इस्लाम का पहला सिद्धांत हे के कोई भी धर्म की शिक्षा धर्म और खुदा की आयतों को रोज़गार का जरिया न बनाये लेकिन कुछ लोग कुछ मोलाना हें जो मेरे देश और खासकर कोटा में सिर्फ और सिर्फ धर्म को ही रोज़गार बना कर लाखों करोड़ों कमा रहे हें उनके पास चंदे करने ,विधि विरुद्ध निकाह की डायरियां छपवा कर निकाह के नाम पर अवेध वसूली करने , कुरान कहानी,मस्जिदों में नमाज़ पढाने और तन्त्र मन्त्र के अलावा फतवे वगेरा देने के अलावा कोई दुरा काम नहीं हें यह मोलाना लोग इस काम में इतना कुछ कमा रहे हें के काफी कुछ हिस्सा उसमे से राजनीति में लगा कर कोंगरे या भाजपा में अपना मुकाम बनाये हुए हें और सरकार में कोई ना कोई पद पाना चाहते हें मजेदार बात यह हे के इन्हें ऐसे गेर इस्लामिक तरीके से लोगों को लुटने से रोकें तो यह लोग एक ग्रुप बना कर हमले करते हें और अलग अलग मस्लाकों के नाम पर एक दुसरे को बदनाम करते हें , अभी कोटा में शेहर काजी को ऐसी शिकायतें मिलने पर उन्होंने ऐसे गेर इस्लामिक कामों को रोकने की हिदायत दी थी बस क्या था धर्म के नाम पर लोगों को बेवकूफ बनाकर पेट पालने और राजनीति करने वालों को बुरा लग गया और वोह एक गुट बना कर कथित जमातों के नाम पर अपनी अपनी फर्जी डिगरिया खुद के नाम से होना बताकर क़ाज़ी साहब के खिलाफ मैदान में उतर आये खेर कोटा के लोग शहर काजी की बुर्दुबारी और इमानदारी,दीनदारी से वाकिफ हें इसीलियें उन्होंने इन मोलानाओं को मुंह तोड़ जवाब दिया और जब इन्हें आयना दिखाया गया तो यह फर्जी लोग जमीन पर आन गिरे वेसे इनकी कथित डिग्रियों की जांच हो तो आधे तो जेल में जाएँ और इनकी आमदनी खर्च के जरियों की जांच हो तो यह लोग आम जनता में रुसवा हो जाएँ लेकिन फिर भी कोटा में कुछ लोगों ने इन के एक राजनितिक मोलाना जो खुद को राजस्थान के मुख्यमंत्री का नजदीकी बताते हें उनसे एक धार्मिक कार्यक्रम रमजान की आमद र सेमीनार में शहर काजी कोटा के साथ आने को कहा तो इन मोलाना जनाब ने बढ़े खुलूस स हाँ भरी दुबारा फिर कन्फर्म किया फिर हाँ बढ़ी यह मोलाना कोटा काजी के मुकाबले मुंग में सफेदी के बराबर भी नहीं हें फिर भी काजी कोटा ने इसे स्वीकार किया लेकिन जनाब च्न्दाखोर और उनाफाखोर आयतों का मोल कर धर्म को पेट का जरिया बनाने वाले इन जनाब मोलानाओ के ग्रुप मोलाना घबरा गये और उन्होंने इन मोलाना जनाब को इस कार्यक्रम में जो सिर्फ मज़हब से ताल्लुक रखने वाला कार्यक्रम था उसमें जाने से रोक दिया अब बताओ जो मोलान इस्लाम का अनादर करे रमजान की फज़ीलत आम मुसलमानों को बताने गुरेज़ करे और फितना फेला कर मुसमानों को बातें ,धर्म को पेट पालने का साधन बनाये तन्त्र मन्त्र तावीज़ गंडे करे तो क्या यह लोग इज्जत के लायक हें क्या यह लोग धर्म के आलम बरदार हें बस यही सच जानकर आज में सोचता हूँ के यार मेरे मजहब से ज़्यादा मक्कार आज किसी दुसरे मजहब के जानकार पंडित वगेरा नहीं हें क्यूँ भाई हे कोई मजहब जिसमें मेरे मजहब से ज्यादा मक्कार और कोम का खून चूसने वाले धर्म के जानकार हों नहीं ना अगर हे तो प्लीज़ बता कर दिखाओ । अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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